टूटा दिल शायरी, shayari
टूटा दिल लिए मुस्कुराना कोई मुझसे सीखे,
दर्द को दिल में छुपाना कोई मुझसे सीखे।
जिसे चाहा था जान से बढ़कर, वही बेखबर निकला,
दर्द को दिल में छुपाना कोई मुझसे सीखे।
जिसे चाहा था जान से बढ़कर, वही बेखबर निकला,
टूटा दिल शायरी, shayari
अब रिश्तों से भरोसा उठाना कोई मुझसे सीखे।
यह जो दिल है न बड़ी ख़ामोशी से रोता है,
हर धड़कन में तेरी यादों का बोझ ढोता है।
मुस्कुराहट के पीछे छुपे ज़ख़्म कोई नहीं देख पाता,
पर ये दिल हर रात तन्हाई में खुद से ही टूट जाता।
हर धड़कन में तेरी यादों का बोझ ढोता है।
मुस्कुराहट के पीछे छुपे ज़ख़्म कोई नहीं देख पाता,
पर ये दिल हर रात तन्हाई में खुद से ही टूट जाता।
दिल जब टूटता है तो आवाज़ नहीं करता,
बस खामोशी में हज़ार चीखें छुप जाती हैं।
मुस्कुराते चेहरे के पीछे दर्द का समंदर होता है,
बस खामोशी में हज़ार चीखें छुप जाती हैं।
मुस्कुराते चेहरे के पीछे दर्द का समंदर होता है,
टूटा दिल शायरी, shayari
जिसे कोई देख नहीं पाता, कोई समझ नहीं पाता।
रातें लंबी हो जाती हैं, नींद रूठ जाती है,
यादों का कारवाँ आँखों में उतर आता है।
हर लम्हा वही सवाल करता है—
क्यों हुआ ऐसा, कहाँ कमी रह गई मोहब्बत में?
यादों का कारवाँ आँखों में उतर आता है।
हर लम्हा वही सवाल करता है—
क्यों हुआ ऐसा, कहाँ कमी रह गई मोहब्बत में?
टूटा दिल शायरी, shayari
टूटे दिल की धड़कनें भी अजनबी लगती हैं,
जैसे खुद से ही रिश्ता टूट गया हो।
हर धड़कन में नाम तो वही आता है,
पर अब सुकून नहीं, बस दर्द ही मिलता है।
आँसू बहते हैं तो लगता है बारिश हो रही है,
पर ये बारिश दिल के अंदर की आग बुझा नहीं पाती।
लोग कहते हैं वक्त सब ठीक कर देता है,
पर टूटे दिल को वक्त भी सिर्फ़ और गहरा कर देता है।
फिर भी उम्मीद की एक किरण बाकी रहती है,
कि शायद किसी दिन ये दर्द कविता बन जाए।
और वही कविता किसी और टूटे दिल को सहारा दे,
क्योंकि दर्द बाँटने से ही हल्का होता है।
जैसे खुद से ही रिश्ता टूट गया हो।
हर धड़कन में नाम तो वही आता है,
पर अब सुकून नहीं, बस दर्द ही मिलता है।
आँसू बहते हैं तो लगता है बारिश हो रही है,
पर ये बारिश दिल के अंदर की आग बुझा नहीं पाती।
लोग कहते हैं वक्त सब ठीक कर देता है,
पर टूटे दिल को वक्त भी सिर्फ़ और गहरा कर देता है।
फिर भी उम्मीद की एक किरण बाकी रहती है,
कि शायद किसी दिन ये दर्द कविता बन जाए।
और वही कविता किसी और टूटे दिल को सहारा दे,
क्योंकि दर्द बाँटने से ही हल्का होता है।

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